पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हज यात्रियों की रवानगी के पूर्व हज भवन स्थित मौलाना मजहरूल हक ऑडिटोरियम में आयोजित दुआईया मजलिस में शिरकत की। इस दुआईया मजलिस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जनाब मोहम्मद जमा खान एवं बिहार राज्य हज कमिटी के चेयरमैन जनाब अब्दुल हक ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ता, टोपी एवं अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया। दुआईया मजलिस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस अवसर पर मैं आप सभी का अभिनंदन एवं स्वागत करता हूँ। हर वर्ष यहां हज यात्रियों की रवानगी से पूर्व दुआईया मजलिस कार्यक्रम का आयोजन होता है। मैं यहां उपस्थित आप सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि हज यात्री हज के लिये मक्का मदीना जाते हैं, जो सउदी अरब में है। मक्का मदीना रवाना करने से पूर्व दुआईया मजलिस में हाजिर होने का मुझे पुनः मौका मिला है। मैं कामना करता हूं कि आपकी यात्रा सफल हो और दुआ कबूल हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे भी एक बार मक्का मदिना जाने का मौका मिला था, अंदर जाने की इजाजत नहीं रहती है। मैंने बाहर से ही एक-एक चीज को देखा, काफी खुशी हुयी। आप सभी वहां जाते हैं, यह देखकर मुझे बेहद प्रसन्नता होती है। हज यात्रियों की सुविधा एवं सहूलियत को ध्यान में रखते हुये राज्य सरकार की तरफ से हर प्रकार के इंतजाम किये गये हैं। आप लोगों के बीच आकर मुझे काफी अच्छा लगता है। मैं आप सभी को मुबारकवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे अनेक बार इस कार्यक्रम में आने का मौका मिला है। राज्य सरकार की तरफ से मुस्लिम समुदाय से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मियों को वहां भेजा जाता है, इस बार भी अच्छी संख्या में अधिकारियों को भेजा गया है ताकि यात्रा एवं वहां रहने के दौरान हज यात्रियों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। आप सभी को वहां जाने का मौका मिल रहा है। मैं पुनः आप सभी का अभिनंदन करता हूं एवं बधाई देता हूं। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात को समाप्त करता हूं।
दुआईंया मजलिस को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान एवं बिहार राज्य हज कमिटी के चेयरमैन जनाब अब्दुल हक ने भी संबोधित किया। खानकाह मुनीमिया मितनघाट के सज्जादानशीं हजरत मौलाना सैयद शमीम मुनअमी ने मजलिसे दुआइया में इजतमाई दुआ की और तमाम आलमे इंसानियत के बीच मेल-मोहब्बत, भाईचारगी के साथ बिहार और हिन्दुस्तान में अमन और चैन का माहौल कायम रहे, के लिये भी विशेष रूप से दुआ की।
बिहार से हज के लिए इस वर्ष कुल 2403 हाजी पवित्र हज यात्रा पर जा रहे हैं, जिनमें पुरुष हज यात्रियों की संख्या-1391 एवं महिला हज यात्रियों की संख्या-1012 है। बिहार के सभी हज यात्री देश के 10 हवाई अड्डो से हज यात्रा हेतु प्रस्थान करेंगे। इस वर्ष बिहार के हज यात्री अपनी इच्छानुसार कुल 10 इम्बारकेशन प्वाइंट क्रमशः कोलकाता से 937 हज यात्री, गया से 286 हज यात्री, मुम्बई से 321 हज यात्री, दिल्ली से 743 हज यात्री, हैदराबाद से 13 हज यात्री, लखनऊ से 54 हज यात्री, बेंगलुरू से 22 हज यात्री, चेन्नई से 02 हज यात्री, नागपुर से 07 हज यात्री एवं अहमदाबाद से 11 हज यात्री अपनी पवित्र यात्रा पर प्रस्थान करेंगे। सीमांचल के जिलों से 937 हज यात्रियों का प्रस्थान कोलकाता एयरपोर्ट से होना है इसलिए इस वर्ष हज भवन, पटना के समरूप पवित्र हाजियों के लिए बहुउद्देशीय वक्फ भवन, किशनगंज में भी सभी व्यवस्थाएं की गयी है। बिहार के सभी हज यात्रियों के प्रस्थान करने से पूर्व हज का पूर्ण प्रशिक्षण और निःशुल्क टीकाकरण की व्यवस्था की गयी है। हज यात्रा के लिए नई दिल्ली से प्रस्थान करने वाले 743 हज यात्रियों के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था बिहार सदन, नई दिल्ली में की गयी है।